Income Tax Filing: यदि आपने इस बार अपनी Income Tax Return (आईटीआर) फाइल की है, तो आपको निम्नलिखित अपडेट के बारे में जानकारी होनी चाहिए। हाँ, इस बार आईटीआर फाइल करने वालों की संख्या में रिकॉर्डी वृद्धि हुई है। लेकिन यह देखकर कि कितने लोगों ने टैक्स भरा है, आप भी चौंक जाएंगे। आयकर विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 31 जुलाई तक 6.77 करोड़ लोगों ने ITR फाइल की है। इस बार आईटीआर फाइल करने वालों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है।
4.65 करोड़ लोगों ने जीरो टैक्स भरा
आपको क्या पता है कि 6.77 करोड़ ITR में से कितने लोगों ने शून्य टैक्स (जीरो टैक्स) भरा है? अगर आपको इस आंकड़े के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपको हैरानी हो सकती है। “जीरो इनकम टैक्स” का मतलब होता है कि ऐसे लोगों की आयकरदायी आय 5 लाख रुपये या उससे कम है। Income Tax विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस बार 4.65 करोड़ लोगों ने जीरो टैक्स यानी जीरो आईटीआर फाइल किया है।
Income Tax Return ई-वेरीफिकेशन के लिए 30 दिन का समय
इस बार देश में सबसे अधिक Income Tax Return फाइल होने का रिकॉर्ड बना है। आयकर विभाग ने बताया है कि 4.65 करोड़ लोगों के आयकर रिटर्न के मुताबिक उनकी आयकरदायी आय 5 लाख रुपये या उससे कम है। आईटीआर फाइल करने वालों को 31 जुलाई के बाद ई-वेरीफिकेशन के लिए 30 दिन का समय मिला है। अगर आप किसी भी कारणवश आईटीआर फाइल नहीं कर पाएं तो 5000 रुपये तक की पेनाल्टी देकर आप अपनी इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर सकते हैं।
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सरकार का आयकर कलेक्शन पर फोकस
सरकार ने आयकर कलेक्शन को बढ़ाने पर फोकस किया है। Income Tax Return दाखिल करने वालों की संख्या भी बढ़ी है, लेकिन इस बार 4.65 करोड़ लोगों ने जीरो टैक्स भरा है। इस आंकड़े के हिसाब से कुल टैक्स पेयर्स की संख्या आधे से भी कम है। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2019-20 में जीरो टैक्स भरने वालों की संख्या 2.9 करोड़ थी।
इसके बाद देखें, आईटीआर फाइल करने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन जीरो टैक्स भरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। इनकम टैक्स रिटर्न के डेटा से पता चलता है कि देश में एक करोड़ से अधिक की आय दिखाने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या 1.69 लाख है। इसके अलावा, 5 से 10 लाख रुपये कमाने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या 1.10 करोड़ है।